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Assistant Director & Screenplay By - RK Prajapati
Story Writing - Shivnandan
The Blind Decision - A Wrong Thinking Short Film Story - RK Prajapati |
सभी की सोच एक जैसी नहीं होती है, इस मूवी में यह दिखाने व महसूस कराने की कोशिश की गई है कि जो हम बिना कोई सोचे समझे झट से एक मिनट में फैसला करते है वो गलत है और तुरंत किया गया फैसला ज्यादातर गलत ही होता है,
कभी कभी हमारे द्वारा लिए गये फैसले से किसी की जान तक चली जाती है ।
खेर जो भी हो कानून को अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए, कभी कभी तो ऐसा होता है कि पब्लिक पैलेस पर इकट्ठी भीड़ किसी पीट पीट कर मार देती है, बाद में पता चलता है कि वो व्यक्ति बेकसुर था, ऐसा करने का अधिकार किसने दिया पब्लिक को ।
1. अगर किसी पब्लिक पैलेस पर कोई यह कह कर चिल्लाता है कि चोर चोर चोर वह व्यक्ति चोरी कर के भाग रहा है तो वहाँ की पब्लिक उस समय तुरंत फैसला करती है और पुलिस आने तक उस व्यक्ति को पीट पीट कर घायल कर देती है, कभी कभी मौत भी हो जाती है,
हम लोग यह कभी नहीं सोच पाते है कि वो व्यक्ति चोर है या नहीं, क्या पता वो उस व्यक्ति की मदद कर रहा हो? , या ये भी हो सकता है उन दोनों के बीच में कोई आपसी झगड़ा रहा होगा?
2. अगर कोई किसी लड़की द्वारा किसी लड़के (पुरुष) को पीटवाना हो, तो वह लड़की किसी पब्लिक पैलेस पर चिल्लाती है कि इसने मुझे छेड़ने की कोशिश की है तो ईतना कहते ही पब्लिक में 420 वॉल्ट का करंट दौड़ पड़ता है और उस व्यक्ति पर सारे टूट पड़ते है मानों आजादी की जंग लड़ रहे है, आता जाता भी अपना हाथ साफ कर लेता है, और उस बेकसुर की पिटाई हो जाती है कभी कभी पुलिस के आने तक मौत ही हो जाती है ।
ऐसे बहुत से लोगों की जान चली गयी है दोस्तों, अगर उस व्यक्ति की जगह हम होते और हम पर उसकी तरह गलत आरोप लगता तो क्या होता?
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